Friday, December 25, 2009

जिंदगी का पाठ पढ़ाती हैं किताबें




अच्छी किताबों को पढऩे मात्र से ही जीवन के किसी अंधेरे में रोशनी की तरह का सहारा मिलता है। किताबों को पढऩे से ही हमें आध्यात्म व संस्कृति का भी ज्ञान मिलता है। किताबों को निरंतर पढ़ते रहने से जीवन में हमेशा नई ऊर्जा शक्ति का भी अनुभव किया जा सकता है तथा ये हमारे जीवन को शोभायमान करती हैं।

किताबें क्या कुछ बयां नहीं करती! हमारे आस-पास कई तरह की किताबें पाई जाती हैं। किताब पढऩे के कई तरह के शौकीन होते हैं। कोई समय बिताने के लिए किताब पढ़ता है, कोई मनोरंजन के लिए किताब पढ़ता है। किसी की रुचि ज्ञानवद्र्धक किताबों में होती है, तो किसी को आध्यात्मिक किताबों में और किसी को विचार प्रेरक पुस्तकें पसंद हैं। हम सबकी रुचि व पसंद के अनुरूप हर एक विषय पर हजारों किताबें उपलब्ध हैं। इन्हीं किताबों से हमें जिंदगी के सार का पता भी चलता है और दुनिया-जहान का भी। जिंदगी के हर पड़ाव में किताबें ही सच्ची संगत की साथी रहती हैं। बचपन में स्कूली कोर्स से शुरूहुआ इन किताबों का सफर हमारी पूरी जिंदगी तक अनवरत बना रहता है, बस अध्याय-दर-अध्याय बदलते चले जाते हैं। पढ़ाई-लिखाई के समय की किताबें प्रारंभिक शिक्षा व ज्ञान प्रदान करती हैं तथा किसी भी विषय को भली-भांति जानने और समझने की प्रवृत्ति को भी पैदा करती हैं, फिर एक बार उसमें रुचि पैदा हो जाने पर हमें कोई एक विषय विशेष रूप से आकर्षित करता है। जिसे बार-बार पढऩे का मन करता है और कई-कई बार पढऩे के बाद भी मन में ऊब नहीं होती है। एक व्यक्ति खाली समय मिलने पर किताबें पढ़ता है और वहीं एक व्यक्ति उसमें रुचि होने के कारण समय निकाल कर किताब पढ़ता है। किताबें हमारे जीवन को सीख देती हैं व जीने का पाठ भी पढ़ाती हैं। अच्छी किताबों को पढऩे से कोई भी अपना जीवन संवार सकता है। मुख्यत: किताबें लेखकों के अपने निजी अनुभवों पर आधारित होती हैं जो पाठकों के लिए ज्ञान बांटने का काम करती हैं। कुछ किताबें केवल मनोरंजन के लिए पढ़ी जाती हैं और कुछ से जिंदगी के रहस्य को समझा जा सकता है। कुछ किताबें सिर्फ पढऩे ंके लिए होती हैं और किन्हीं किताबों के सार को अपनी जिंदगी में भी उतारा जाता है।
पुस्तकों के प्रेमी अपनी पसंद व रुचि की किताबों को अपने घरों-अलमारी में सजाकर भी रखते हैं, जिससे उनके पुस्तक प्रेमी होने का पता भी चलता है तथा वे विभिन्न विषयों पर आधारित दुर्लभ किताबों का अध्ययन करने के साथ उनके संकलन में भी विशेष रुचि रखते हैं। घरों से लेकर पुस्तकालयों व संग्रहालयों में लगभग सभी तरह की पुस्तकों का संग्रह रहता है। लोग इन वाचनालयों में जाकर भी अपनी रुचि के अनुसार पुस्तकों को पढ़ते हैं। आजकल लाइब्रेरियों के अलावा विश्व की दुर्लभ पुस्तकें कंप्यूटर या इंटरनेट पर भी खूब पढ़ी जाती हैं। विभिन्न पुस्तकों द्वारा ज्ञान और शिक्षा बटोरने की आज आधुनिक तकनीक भी विकसित हो चुकी है जिसका ज्यादातर उपयोग करके बहुत कुछ सीखा व समझा जा सकता है। किसी लेखक के किसी बिंदु पर लिख देने से वह एक विषय बन जाता है और ज्यादा विस्तृत जानकारी के साथ वर्णन करने से उस विषय पर किताब बन जाती है। कोई किताब कई वाल्यूम्स या भागों की होती है। किसी पुस्तक के सभी भागों को पढऩे से ही उसके महत्व व सार का पता चलता है। किताबें हमारी जिंदगी का वह केंद्र बिंदु हैं जहां से हम अपनी जिंदगी की पूरी परिभाषा सीखकर उसे अपनी निजी जिंदगी में प्रायोगिक रूप से ढालने का काम करती हैं। अब यह हमारे ऊपर निर्भर करता है कि अपने आस-पास मौजूद किताबों से कितना लाभ उठा पाते हैं अब तक जितने भी सफलतम व्यक्ति रहे हैं अधिकतर सबने इन्हीं किताबों से ही ज्ञान बटोरा तथा अपनी जिंदगी का अनुभव हमें अपनी किताब लिख कर दे गए। आज दुनिया की कई दुर्लभ व नामी विभूतियों ने अपनी पूरी जीवनी 'आत्मकथा' किताब के रूप लिख कर दे दी, जिनको पढ़कर ही हम उनके विलक्षण जीवन के अमूल्य क्षणों को जान व समझ पाते हैं। रामायण, महाभारत, गीता, कुरान, बाइबिल और वेद पुराण ये सब भी कभी लिखे गए और आज हम सबके बीच अमूल्य किताबों या संग्रह के रूप में मौजूद हैं। इन सबके अमर लेखकों की अलौकिक रचनाओं व अमूल्य कृतियों को पढ़कर हम अपनी जिंदगी का दु:ख-दर्द कम कर सकते हैं तथा सुख सागर के समंदर में आनंद की पराकाष्ठा तक जा पहुंचते हैं। अनजानी जिंदगी के अनजाने रास्तों पर चलने में यही किताबें हमारे लिए पथ-प्रदर्शक का भी काम करती हैं तथा हमारी जिंदगी में कुछ कर गुजरने के लिए प्रेरणा स्रोत भी बन जाती है। अच्छी किताबों को नियमित रूप से पढऩे से ये हमारे नजरिए को सदैव सकारात्मक रखती हैं, जिससे हमारा मस्तिष्क व विचार सकारात्मक रूप से हमेशा क्रियाशील बने रहते हैं। अच्छी किताबों को पढऩे मात्र से ही जीवन के किसी अंधेरे में रोशनी की तरह का सहारा मिलता है। किताबों को पढऩे से ही हमें आध्यात्म व संस्कृति का भी ज्ञान मिलता है। किताबों को निरंतर पढ़ते रहने से जीवन में हमेशा नई ऊर्जा शक्ति का भी अनुभव किया जा सकता है तथा ये हमारे जीवन को शोभायमान करती हैं। अच्छी किताबें हमारे जीवन में बहुमूल्य धरोहर की तरह हैं, ऐसी किताबों को मन व क्रम से पढऩा देवी-देवताओं की सच्ची आराधना के समान होती है और मन भी उसी भांति प्रफुल्लित होता है।

1 comment:

  1. बहुत सही लिखा है किताबो से हमे बहुत कुछ मिलता है...लेकिन आज किताबे बहुत महँगी होती जा रही है जिस कारण यह अब कम पढ़ी जाती है....।
    आप ने बहुत बढ़िया पोस्ट लिखी है।आभार।

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